Friday, 15 June 2012

"मुस्लिम राष्ट्रीय मंच" का कहना है"..................


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने गत माह पश्चिमी यूपी के मुस्लिम बहुल इलाकों में कई कार्यक्रम चलाए। पश्चिमी यूपी के कई जिलों मुरादाबाद, बरेली, सहारनपुर, मुजफ्फरपुर, मेरठ और आगरा में संगठन अलग-अलग स्थानो  पर मौलानाओं और समुदाय के प्रभावी लोगों से संपर्क में रहे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के "मुस्लिम राष्ट्रीय मंच" का कहना है कि वह मुख्य रूप से मुस्लिम युवाओं को अपने साथ जोड़ रहा है जो देश से जुड़े राष्ट्रवादी मुद्दों पर सशक्त नज़र रखेंगे।
मंच के संयोजक मोहम्मद अफजल ने दावा किया, 'हम उत्तर प्रदेश और देश के अन्य भागों में सक्रिय रूप से कार्यरत हैं। हमारे साथ बड़ी संख्या में मुस्लिम युवा वर्ग जुड़ रहा हैं। हम मुस्लिम समुदाय के बुजुर्गों को समझाना आसान नहीं और संघ को लेकर जो पूर्वाग्रह हैं, उन्हें खत्म करना मुश्किल है, परन्तु युवा आज की स्थिति  समझता है। आज हमें मिलकर ही चलना है नहीं तो विदेशी समस्या अधिक हावी हो जाएँगी। हमारा भारत जो कभी सोने की चिड़िया था उसकी हालत आज इन नेताओ  ने हमे जाति बन्धनों में इस तरह  से फांस रखा है कि सभी इसी को सच मानने लगे है। मेरे भाइयो आज वो वक्त आ गया है जब हमारी भारत मां अपने बेटो को पुकार रही है उसके लिए कोई जाति नहीं,सभी बेटे उसी एक भारत माँ के है, अपनी माँ को बचा लो।

आओ सभी एक साथ उन सभी देशभक्तों को याद करे........

सभी बोले.....................  इंकलाब जिन्दाबाद .....................


आदित्य शर्मा  

No comments:

Post a Comment