Sunday 29 January 2012

भारत को जानो ..............

















नहीं तराजू दुनिया में जो भारत की ताकत तोले 
जब लेता इतिहास करवटे धरती और अम्बर डोले 
नेता अपने कुरते त्यागे पहने बासन्ती चोले-२
मांग वक्त की है , अंगारों को बनने दो अब तो सोले 
उग्रवादियों के सीने पर छुटे तोपों के गोले 

अगर अभी हमने अपने नहीं बदला उसूलो को 
बंद किया न दोहराना.. बार-बार इन भूलो को 

जो आतंकवादियों के छुपे देश में जेहादी 
आज करे क़त्ल आबादी को ,कल छिनेगे अपनी आजादी 


बने है जो रक्षक,भक्षक वो अब तो भक्षन बंद करो 
देश द्रोहियों को देना अब तो सरक्षण देना बंद करो 
शांति-शांति के नाम पर ना और समस्या को टालो
जहाँ पैदा हो उग्रवाद वह पाकिस्तान मिटा डालो 

कब तक इतना सहन करेगे और अभी अपमानो को 
पाठ शांति के सिखलाये जाते..... केवल इंसानों को 
और अहिंसा की भाषा मत सिखलाओ.......बेईमानो को 
बंगलादेश भी भूल चूका है आज सभी अहसानों को 


दुष्ट आधियाँ नहीं समझती कभी बहारों की भाषा 
हिंसक पशुओ को समझाना अब हथियारों की भाषा 

विस्फोटो के बाद जो..... इधर-उधर पसरे है सन्नाटे 
एक गाल के बाद, दुसरे गालो पर है ये चाटे

हम क्यों डरे किसी  शस्त्रों और प्रेक्ष्पात्रो से
दुनिया का हर अस्त्र  जन्मा है जब अपने ही शास्त्रों से 
महाशक्तिशाली भारत दुनिया में नहीं किसी से कम 
वक्त पर बन जाता है हर भारतवासी एक परमाणु बम्म 

सिखा रहा इजराइल केसा सबक आज सेतानो को 
दक्त करो अब उग्रवादियों के सब ठोर ठिकानो को 
प्यास खून की नहीं बुझेगी तब तक छदम बिलोटो
जब तक होगी राजनीती केवल और केवल बोटो की-जब तक होगी राजनीती केवल और केवल बोटो की     



आदित्य शर्मा


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